याद
याद याद आ रही है आज उनकी बहुत , उनको भी आ रही होगी याद हमारी बहुत। ये मौसम ही कुछ मदहोश कर रहा है, इस बारिश में आज भीगने को जी कर रहा है। ये ठंडी हवाए जुल्फों को मेरी उड़ाए, नजरे बस उनको ही ढूंढना चाहे। बिन गीत और साज के ये पायल क्यों दे झंकार चुडियो की खन खन क्यों उनका ही नाम ले। जो हाल इस दिल का है वो हाल उनका भी होगा, सपना कोई नया आखो में उनकी भी सज रहा होगा। Shobhna Vyas (सोहा)